Lyrics
Koi ye kaise bataye ke, wo tanhaa kyon hai
Wo jo apnaa thaa wahee, aaur kisee kaa kyon hai
Yahee duniyaan hai to fir, ayesee ye duniyaan kyon hai
Yahee hotaa hai to aakhir, yahee hotaa kyon hai?
Ik Zaraa haath badhaa de to, pakad le daaman
Uske seene mein samaa jaaye, humaree dhadkan
Itni kurbat hain to phir, faaslaa itnaa kyon hai?
Dil-e-barbaad se niklaa naheen, ab tak koee
Ik loote ghar pe diyaa kartaa hai dastak koee
Aas jo toot gayee;phir se; bandhaataa kyon hai?
Tum masarrat kaa kaho yaa, ise gam kaa rishtaa
Kahte hain, pyaar kaa rishtaa hai janam kaa rishtaa
Hai janam kaa jo ye rishtaa to, badaltaa kyon hai?
कोई ये कैसे बताये के वो तनहा क्यों है
वो जो अपना था, वही और किसी का क्यों है
यही दुनिया है तो फिर, ऐसी ये दुनिया क्यों है
यही होता है तो, आखिर यही होता क्यों है?
इक ज़रा हाथ बढ़ा दे तो, पकड़ ले दामन
उस के सीने में समा जाए, हमारी धड़कन
इतनी कुर्बत है तो फिर फासला इतना क्यों है?
दिल-ए-बरबाद से निकला नहीं अबतक कोई
इक लुटे घर पे दिया करता है दस्तक कोई
आस जो टूट गयी है फिर से बंधाता क्यों है?
तुम मसर्रत का कहो या इसे गम का रिश्ता
कहते है प्यार का रिश्ता है जनम का रिश्ता
है जनम का जो ये रिश्ता तो बदलता क्यों है?
Lyrics: Kaifi Azmi
Music: Jagjit Singh
Singer: Jagjit Singh
Movie: Arth 1983
Translation
How can one say, alone he is why?
One who was own, to other she belongs now why?
If this is society, then society is like this why?
If this happens then at last this happens why?
If an arm is extended a little, shall hold the raiment.
If assimilated in the bosom, shall become the beat.
If so much nearness is there, then distance exists why?
From destroyed heart could never come out anyone.
On doors of a looted house does knock anyone ?
If hope is all broken feel assured again why?
Call it a celebration or of sorrows some relation.
It is said that the relation of love is a forever relation.
If it is an eternal relation then it changes so why?
© Translation in English by Deepankar Choudhury
Translation
কি করে বলবে কেউ, সে একা কেন?
সে যে আপন ছিল, আজকে পর কেন?
এটাই যদি দুনিয়া হয়, দুনিয়া এরকম কেন?
এটাই যদি হয় শেষে, এরকম হয় কেন?
একটু হাত বাড়িয়ে দিলে, ধরে নেব আঞ্চল তোমার
তার বুকে শোষিত হলে, হয়ে যাব হৃদ-কম্পন তার।
এত কাছে যখন, দুরত্ব রয়েছে কেন?
ভঙ্গুর হৃদয় থেকে বার হয়নি, আজ পর্যন্ত কেউ,
লুণ্ঠিত বাড়ির দ্বারে টোকা দেয়না কেউ।।
আশা যখন ভেঙ্গে গেছে, তাহলে আবার বাঁধে কেন?
তুমি একে আনন্দ বলো বা দুঃখের কোন সম্পর্ক
বলে যে ভালবাসার সম্পর্ক, জন্মান্তরের সম্পর্ক।
যদি জন্মান্তেরের সম্পর্ক হয়ে, তাহলে বদলায়ে কেন?
© Translation in Bengali by Deepankar Choudhury
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